(4) केंद्रीय तांत्रिक तंत्र Brain ( मस्तिष्क) को अंगो से इसकदर जोड़ता है की हम जैसे चाहे अंगो को Move करा सकते हैं।
मस्तिष्क ( Brain )
(1). मस्तिष्क यह उतको के केन्द्रीय क्रोड स्तभ (Brainstam) अनु मस्तिष्क (Seribelam) और प्रमस्तिष्क ( Seribelam) से बना होता है।
(2). मस्तिष्क में 100 Billion न्यूरॉन पाया जाता है जिसमे 15 Billion न्यूरॉन Active रहते हैं।
(3). न्यूरॉन सबले बड़ी है
(4). ये न्यूरॉन 0-5 साल तक Active होते हैं उसके बाद ये Active नही होते।
इसी लिए बच्चो को 5 साल तक अच्छी शिक्षा देनी चाहिए ताकी बच्चे का न्यूरॉन Active हो जाए नही तो फिर बच्चे का न्यूरॉन Active नही होगा ।
(5). मानव मस्तिष्क दुनिया की सब से कठीन संरचना मानी जाती है
(6). मानव मस्तिष्क एक हड्डी खोल यानी (Crainium)
में बंद होता है।
(7).मस्तिष्क के किनारे एक झिल्ली पाई जाती है जिसे Meninges कहते है।
(8).Meninges 3 परत में बाती होती है
(१).पिया मेटर
(२).येरेक्थनाइट
(३).पाया मेटर
(9).कभी कभी इस झिल्ली के सूजन आ जाती है तो बुखार हो जाता है। जिसे Meningzytis का नाम देते है।
(10). मस्तिष्क Brain 3 भागो में बटा होता है
(१). अग्रमस्तिश
(२).मध्यमस्तिष्क
(३). पश्चमस्तिशक
अग्रमस्तिष्क
(1). यह मस्तिष्क का सब से बड़ा भाग होता है
(2). अग्रमस्तिष्क में सबसे ज्यादा न्यूरॉन पाया जाता है
(3). अग्रमस्तिष्क का दो भाग होता है
(१).सेरीब्रम (२). डैइनसेफेलों
सेरीब्रम
(1).प्रत्येक सेरीब्रम गोलार्थ में तीन गहरी डरार होती है जिसके कारण यह 4 भागो में बट जाता है
(१). फ्रटल लोब
(२). पैराइटल लोब
(३). टेम्पोराल लोब
(४). आक्सिपीटल लोब
1. फ्रंटल लोब_यह येच्छिक पेसियो पर नियंत्रण करता है
2. पैराइटल लोब_ यह दर्द, स्पर्ष,दबाव को मस्तिष्क ताक भेजता है
3.आक्सिपिटल लोब_यह दृस्य संबंधित संवेदना देता है
(2). सेरीब्रम: बुद्धिमत्ता, याददास,संवेदना, इछासकती,
चिंतन इन सब का केन्द्र होता है।
(3).ज्ञानिंद्रियो से प्राप्त प्रेरणाओ का यह विश्लेसण व स्मानवाय होता है तथा ऐच्छिक पेसियों को समुचित क्रिया हेतु सवेदना प्रसारित किया जाता है
डाइएनसिफेलों
(1).डाइएनसिफेलोन पिनियलकाय व पिटुटरी ग्रंथि पाई जाती है
(2). थैलेमस और हाइपोथैलेमस डाइएनसिफेलोन के भाग होता है
A.थैलेमस का कार्य ठंडा, गर्म और दर्द को पहचानना है
B.हाइपोथैलेमस अंतः स्रावि ग्रंथिओ से स्रावित होने वाले हार्मोन को नियंत्रण करता है
C.हाइपोथैलेमस यह भुख, प्यास, ताप, इर्स्य, प्यार,घृणा, चिंता आदि का केंद्र होता है। हाइपोथैलेमस लैंगिक ववहारो के लिए भी जाना जाता है
D.पिटुटरी ग्रंथि को मास्टर ग्रंथि भी कहते है
मध्यमस्तिष्क
मध्यमस्तिष्क यह मस्तिष्क के सबसे पीछे एस्थित होता है
मध्यमस्तिष्क के दो भाग होते है
1.सेरीब्रल पेंटकल
2.कारपोराक्वाट्रीजेमिना
1.सेरीब्रम पेंटकल तंतुओं का बंडल होता है सेरीबल कार्टेक्स को मस्तिष्क के अन्य हिस्सों से जोड़ता है। तथा मेरुरज्जु से जोड़ता है
2.कारपोराक्वाट्रीजेमिना देखने सुनने का केंद्र होता है
मस्तिष्क में होने वाले रोग
1.कोमा_इस रोग में आदमी बेहोश हो जाता है शरीर में किसी भी प्रकार की हलचल नहीं होती
2.इनसिफ्लेटिश_ यह वायरस से फैलने वाला रोग है इसमें में सूजन आ जाता है
3.मिर्गी_मानशपेसियो में झटके लगते है मुंह से झक आने लगता है
4.सेरीबलपालसी_ अंगो में लकवा मार देता है
5.कंकसन_ बाहरी चोट लगने से कंकसन होता है इसमें कभी कभी व्यक्ति वेहोस हो जाता हैं और कभी कभी स्मरण शक्ति याददास चली जाती है
6. सिरदर्द_Blood गाड़ा हो जाता है तो सिरदर्द होने लगता है
7. डिस्लेक्सिया_ इसमें लिखा हुई भासा आदमी नही को नहीं पड़ पाता है
8.परकिंसन रोग_न्यूरॉन का डेथ होने लगता हैं
9.अल्जाइमर_भूलने की भामरी है
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